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दिल्ली में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई।

दिल्ली में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई।

कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी

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अविनाश दुबे ने लिया एक्शन ।        तीन मासूमों की मौत

अविनाश दुबे ने लिखा CJI को पत्र   UPSC के छात्रों की समस्याएं

MCD ने लिया एक्शन

 

अविनाश दुबे ने लिया एक्शन

अविनाश दुबे ने ऐसे गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने बेसमेंट में बारिश का पानी भरने की स्थिति को “नरक जैसा” बताया है, जिसका नकारात्मक असर छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा पर पड़ रहा है। उन्होंने न्यायाधीश से अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस तरह के पत्र आमतौर पर सरकारी अधिकारियों के ध्यान में कोई मुद्दा उठाने में मदद करते हैं।

तीन मासूमों की मौत

राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार शाम को आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश के पानी के भर जाने से दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में तीन छात्र डूब गए, क्योंकि बेसमेंट में बारिश का पानी भर गया था। स्थानीय लोगों ने एक छात्र के शव को बारिश के पानी से निकालने की कोशिश की, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।

घटना के बाद यूपीएससी की तैयारी कर रहे अविनाश दुबे ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर समस्या को उजागर किया। उन्होंने राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर में बारिश से जुड़ी समस्याओं को उठाया और कहा कि उनके अनुसार वहां जीवन “नरक जैसा” हो गया है।

अपने पत्र में उन्होंने इस घटना से हुई पीड़ा को व्यक्त किया और सरकार से उचित कदम उठाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सुरक्षा और जन सहयोग की मांग की है।

अविनाश दुबे ने लिखा CJI को पत्र

अविनाश दुबे जैसे छात्र ने CJI को लिखे पत्र में अपने विचार व्यक्त किए हैं कि UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नागरिक जीवन बहुत कठिन है और वे नरक का अनुभव कर रहे हैं। उन्होंने तीन साथियों की दुर्घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने इसे अपने मौलिक अधिकारों की सुरक्षा का मुद्दा भी बनाया है। ऐसे मामलों में CJI और अन्य संबंधित अधिकारियों को ऐसे पत्रों का संज्ञान लेना चाहिए और उन पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सार्वजनिक सुरक्षा और सुरक्षा के मामलों में सम्मानजनक जिम्मेदारी ली जाए और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएँ न हों।

UPSC के छात्रों की समस्याएं

अविनाश दुबे ने सीजेआई के समक्ष अपनी समस्या इस तरह व्यक्त की है कि उनके तीन दोस्त पढ़ाई के दौरान एक बिल्डिंग के बेसमेंट में भरे पानी में डूबकर मर गए हैं। उन्होंने सीजेआई का ध्यान मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर जैसे इलाकों की ओर दिलाया है, जहां यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र रहते हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम की लापरवाही के कारण वहां के छात्रों को हर बरसात में जलभराव से जूझना पड़ता है। उन्होंने इस संदर्भ में यह भी बताया कि कोचिंग के लिए जाते समय उन्हें घुटनों तक भरे नाले से गुजरना पड़ता है। हाल ही में उनके एक दोस्त की मौत हो गई, जिसके कारण उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उन्हें कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और इस “नरक” जैसे माहौल में भी उन्हें परीक्षा की तैयारी करनी पड़ रही है। इस पत्र में अविनाश दुबे ने सीजेआई के समक्ष अपनी भावनाओं को स्पष्ट और सटीक तरीके से रखा है और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों।

MCD ने लिया एक्शन

दिल्ली नगर निगम (MCD) ने भीषण हादसे के बाद तुरंत कार्रवाई की है। हादसे के दूसरे दिन यानी सोमवार सुबह से ही MCD ने सख्त कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने लापरवाही के लिए जिम्मेदार इंजीनियर को तुरंत बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही अवैध निर्माण कर रहे एक कोचिंग सेंटर पर भी बुलडोजर चला दिया गया है।

इस हादसे की उचित जांच के बाद MCD ने तुरंत कार्रवाई की है और लापरवाही और अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की है। इसका उद्देश्य लोगों की सुरक्षा और वैधानिक रूप से स्थापित प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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